A 5
B 11
C 7
D 9
Ans : D
- व्याख्याः 1935 के भारत सरकार कानून के संघीय पक्ष को कभी लागू नहीं किया गया, पर प्रांतीय पक्ष जल्द ही लागू कर दिया गया। 1935 के नए कानून का कड़ा विरोध करने के वावजूद कांग्रेस ने इसके अंतर्गत होने वाले चुनावों में भाग लेने का निर्णय किया हालाँकि गांधीजी ने एक भी चुनाव-सभा को संबोधित नहीं किया। फरवरी 1937 में हुए चुनावों में कांग्रेस ने अधिकांश प्रांतों में भारी जीत हासिल की। ग्यारह में से सात प्रांतों में जुलाई 1937 में कांग्रेसी मंत्रिमंडल बने। बाद में कांग्रेस ने दो प्रांतों में साझी सरकारें भी बनाई। इस तरह कांग्रेस ने कुल 9 प्रांतों में अपनी सरकार बनाई जिसमें से उसे 7 प्रांतों में पूर्ण बहुमत हासिल था।
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2. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान स्वामी सहजानंद सरस्वती का संबंध किससे था?
A मज़दूर संगठन
B मज़दूर संगठन
C सैनिक संगठन
D व्यापारी संगठन
Ans. B
- व्याख्याः 1936 में स्वामी सहजानंद सरस्वती की अध्यक्षता में पहला अखिल भारतीय किसान संगठन बना।
3. कांग्रेस समाजवादी पार्टी की स्थापना किसके नेतृत्व में की गई?
A जवाहरलाल नेहरू एवं जयप्रकाश नारायण
B आचार्य नरेंद्र देव एवं जयप्रकाश नारायण
C सुभाष चंद्र बोस एवं जवाहरलाल नेहरू
D आचार्य नरेंद्र देव एवं स्वामी सहजानंद सरस्वती
Ans. B
- व्याख्याः 1934 में आचार्य नरेंद्र देव तथा जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में कांग्रेस समाजवादी पार्टी की स्थापना हुई।
4. मुस्लिम लीग द्वारा पाकिस्तान के नाम से अलग राज्य बनाने की मांग करने वाला प्रस्ताव किस वर्ष पारित किया गया?
A 1935
B 1938
C 1940
D 1942
Ans. C
- व्याख्याः 1940 में मुस्लिम लीग ने एक प्रस्ताव पारित करके मांग की कि स्वाधीनता के बाद देश के दो भाग कर दिये जाएँ और पाकिस्तान नाम का एक अलग राज्य बनाया जाए।
5. किस आंदोलन के दौरान गांधीजी ने कहा "हम या तो भारत को स्वतंत्र कराएंगे या इस प्रयास में मारे जाएंगे, मगर हम अपनी पराधीनता को जारी रहते देखने के लिये जीवित नहीं रहेंगे"?
A असहयोग आंदोलन
B सविनय अवज्ञा आंदोलन
C व्यक्तिगत सत्याग्रह
D भारत छोड़ो आंदोलन
Ans. D
- व्याख्याः 8 अगस्त 1942 की रात, जिस दिन कांग्रेस द्वारा भारत छोड़ो प्रस्ताव पारित किया गया, गांधीजी ने भारतवासियों से कहा कि मैं आपको छोटा-सा मंत्र दे रहा हूँ; आप इसे अपने दिलों में संजोकर रख लें और हर एक साँस में इसका जाप करें। वह मंत्र है "करो या मरो" हम या तो भारत को स्वतंत्र कराएंगे या इस प्रयास में मारे जाएंगे, मगर हम अपनी पराधीनता को जारी रहते देखने के लिये जीवित नहीं रहेंगे।