UP Lekhpal Exam 2022: पीईटी परीक्षा में कितना परसेंटाइल स्कोर करने वाले दे सकेंगे लेखपाल परीक्षा, देखिए यहां
सिंधु ताई-
सिंधु ताई का संबंध महाराष्ट्र के वर्धा जिले के चरवाहे परिवार से है।
Source: सोशल मीडिया
उनका बचपन अत्यंत कष्टप्रद बीता। जब सिंधुताई नौ साल की थीं तो उनकी शादी अधिक उम्र के व्यक्ति से कर दी गई थी। सिंधु ताई को न तो ससुराल और न ही मायके में रहने के लिए जगह मिली। वह जब गर्भवती थीं तो ससुराल वालों ने उन्हें घर से निकाल दिया और इतना ही नहीं उनके मायके वालों ने भी अपने यहां रखने से मना कर दिया। बाद में उन्होंने अनाथ बच्चों के रहने और खाने की जिम्मेदारी उठाने का निर्णय लिया और इस काम में लग गई। उन्हें इस मानवतावादी कार्य के लिए अब तक 700 से ज्यादा सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है। वर्ष 2021 में सिंधुताई को भारत सरकार द्वारा पदम श्री सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्हें डी वाई इंस्टिटूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च पुणे की तरफ से डॉक्टरेट की उपाधि भी मिल चुकी है। सिंधुताई के जीवन पर मराठी फिल्म मी सिंधुताई सपकल बनी है जो वर्ष 2010 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म को 54वें लंदन फिल्म फेस्टिवल में भी प्रदर्शित किया जा चुका है।जानिये क्या है आयुष मंत्रालय का आयुष आहार पायलट प्रोजेक्ट?
महाराष्ट्र
- राजधानी - मुंबई
- मुख्यमंत्री - उद्धव ठाकरे
- राज्यपाल - भगत सिंह कोश्यारी
- गठन - 1 मई 1960